General Elections to the Legislative Assemblies
गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017
सोमवार, 13 फ़रवरी 2017
चुनाव में बोले जाने वाली बातो का क्या कहना ....!
चुनाव में बोले जाने वाली बातो का क्या कहना ....!
जैसा की आप सभी पाँच राज्यो के चुनाव में शामिल है ही कोई सीधे तौर पर तो कोई न्यूज़ सुनकर अपनी राय बनाता और देता है ।
अभी पंजाब में चुनाव हो चुके है, पंजाब के नेताओ की किस्मत अब EVM में बंद हो चुकी है , लेकिन अभी बाकि राज्यो में बाकि है , यूपी में पहले चरण के मतदान हो चुके है । बाकि जगह चुनाव बाकि है ,
मित्रो मेरा ध्यान और आप सभी का ध्यान चुनाव में नेताओ द्वारा बोली गयी बातो पर जरूर जाता होगा , जब नेता सामान्य दिन में होते है तो वो भी सामान्य होते है लेकिन चुनाव आते ही पता नहीं क्या हो जाता है बोलने में ये किसी भी मर्यादा का पालन नहीं कर पाते, और विरोधी भी हर गलत बात को भुनाने के लिए तत्पर रहता है ।
अभी प्रश्न ये है की क्या ये जानभूझ कर ऐसा बोलते है या बोलने के प्रवाह में बोल जाते है ? कोई सोची समझी रणनीति होती है या वक्त और जगह की मांग होती है ।
आप सभी का मत इस पर अलग अलग हो सकता है , आप सभी को अपनी विचार धारा के नेता के साथ लगाव रहता ही होगा , और उनकी बातो का आप अपने स्तर पर बचाव भी करते होंगे ,
लेकिन मेरा मानना ये है की जो चुनाव में करोड़ो रूपये खर्च करते है , चुनाव तैयारी के लिए थिंग टेंक रखते है , चुनाव प्रचार की रणनीति बनाने के लिए लाखो के वेतन पर IIT IIM जैसे संस्थानों के योग्य लोग काम करते है , सालो साल सर्वे करते है 100 बिंदु को ध्यान रख कर अपने उम्मीदवार का टिकट तय करते है वो कुछ भी ऐसे ही नहीं बोल सकते ।
मतलब चुनाव में बोले जाने वाली हर बात का कोई न कोई मतलब जरूर होता है और नेता कुछ ऐसा बोल ही देते है की जो एक समुदाय को बुरा लगे तो दूसरा समुदाय को अच्छा लगे , और वो इनके साथ जुड़ जाये ।
नेता किसी को बुरा बता कर डराते है तो खुद को मसीह साबित करने की कोशिश करे है , लेकिन ये केवल अपनी राजनीती चमकाने का तरीका भर है , आप और हम सामान्य आदमी की तरह इन के बातो के जाल में फस जाते है ।
हम धरातल की सच्चाई ( जहाँ हम और आप रहते है ) को रोज महसूस करते है लेकिन चुनाव के टाइम पर नेता की कही बात को सच मन कर सोचने लगते है। ये केवल प्रचार का प्रभाव है की नेता अपनी बात को जबरजस्ती मनवाने में सफल भी हो जाते है ।
लेकिन हमे भी अपने बेहतर भविष्य के लिए सभी बातो पर सोच विचार कर ही निर्णय लेना चाहिए । आज जो साथ है कल तक अलग अलग थे , आज जो अलग अलग है कल मिलकर सत्ता का आनंद भी लेंगे ।
इस लिए नेता के कहे बातो पर चुनावी परत को हटा कर जरूर देखे तभी कोई फैसल ले , कोई बुरा आदमी अच्छा नेता नहीं हो सकता इस लिए सभी अपने क्षेत्र के केवल अच्छे लोगो को ही वोट करे जिस से कल को वो साथ रहे या अलग रहे सभी अच्छे ही रहे ।
रविवार, 5 फ़रवरी 2017
UP चुनाव 2017
UP चुनाव 2017 के चुनाव तारीख और अपने क्षेत्र में चुनाव की तारीख जाने और भी आसान तरीके से , साधारण चित्रो द्वारा
मेरी छोटी सी कोशिस है अगर आप को पसंद आये तो लाइक कॉम्मनेट और सब्स्क्रिब जरूर करे , और अगर न पसन्द आये तो अपनी आपत्ति भी बताये । हम दोनों का स्वागत करते है ।
UP चुनाव 2017 के चुनाव तारीख और अपने क्षेत्र में चुनाव की तारीख जाने और भी आसान तरीके से , साधारण चित्रो द्वारा |
UP चुनाव 2017 के चुनाव तारीख और अपने क्षेत्र में चुनाव की तारीख जाने और भी आसान तरीके से , साधारण चित्रो द्वारा |
UP चुनाव 2017 के चुनाव तारीख और अपने क्षेत्र में चुनाव की तारीख जाने और भी आसान तरीके से , साधारण चित्रो द्वारा |
UP चुनाव 2017 के चुनाव तारीख और अपने क्षेत्र में चुनाव की तारीख जाने और भी आसान तरीके से , साधारण चित्रो द्वारा |
शुक्रवार, 20 जनवरी 2017
आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य बोले संघ आरक्षण के खिलाफ नहीं!
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य से पूछे गये सवाल को पूरा मीडिया जगत गलत ढंग से दिखा रहा है. आपको बता से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में आरएसएस पहली बार हिस्सा ले रहा है और इस मौके पर जब संघ प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य से सवाल जवाब चल रहे थे तभी एक सवाल आया कि,
आज की परिदृश्य में मुस्लिम को आरक्षण देना क्या एक उपाय है? क्या आपको लगता है सामान अधिकार औरअवसर लोगो को मिलना चाहिए? अल्पसंख्यकों की जो वर्तमान में स्थिति है वो कई राज्यों में खराब रही है, आपको क्या लगता है?
मनमोहन वैद्य ने इस प्रश्न का उत्तर कुछ इस तरह दिए जिसको इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तोड़ मरोड़ के दिखा रही है,
वैद्य ने बोला था की अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एसटी-एससी) को मिलने वाले आरक्षण को सही बताया और कहा कि संघ कभी भी एसटी-एससी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा है, बल्कि संघ धर्म के नाम पर मिलने वाले आरक्षण का विरोध करता है. डॉ आंबेडकर ने कहा है किसी भीराष्ट्र में हमेशा के लिए आरक्षण का प्रावधान रहना यह अच्छी बात नहीं है. जल्द से जल्द इसका महत्त्व निरस्त होकर सामान अवसर देने का समय आना चाहिए.
मनमोहन वैद्य ने आगे जवाब दिया कि आरक्षण खत्म होना चाहिए का मतलब यह नहीं होता.सबको समान अवसर और शिक्षा के अवसर मिले, उन्होंने डॉ भीम राव आंबेडकर के कहे हुए शब्द दुबारा प्रस्तुत किये थे.
यह पहली बार है जब संघ की कोर टीम के दो दिग्गज सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय हॉसबोले और अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य जयपुर लिटरेचर फेस्टीवल में हिस्सा लिया.
सोमवार, 16 जनवरी 2017
UP में सात चरणों में होगा चुनाव , जानिए कब होंगे चुनाव आप की विधान सभा क्षेत्र में
उत्तर प्रदेशः सात चरणों में चुनाव
- Notification – January 17, 2017
- Last date of nominations – January 24, 2017
- Scrutiny of nominations – January 25, 2017
- Last date for withdrawal of nominations – January 27, 2017
- Elections will be held on February 11, 2017
- more..
दूसरे चरण में 67 सीटें के लिए 15 फरवरी को चुनाव
2nd Phase: 67 Constituencies – 11 Districts
- Notification – January 20, 2017
- Last date of nominations – January 27, 2017
- Scrutiny of nominations – January 28, 2017
- Last date for withdrawal of nominations – January 30, 2017
- Elections will be held on February 15, 2017
तीसरे चरण की 69 सीटों के लिए 19 फरवरी को चुनाव
3rd Phase: 69 Constituencies – 12 Districts
- Notification – January 24, 2017
- Last date of nominations – January 31, 2017
- Scrutiny of nominations – February 02, 2017
- Last date for withdrawal of nominations – February 04, 2017
- Elections will be held on February 19, 2017
चौथे चरण की 53 सीटों के लिए 23 फरवरी को चुनाव
4th Phase: 53 Constituencies – 12 Districts
- Notification – January 30, 2017
- Last date of nominations – February 06, 2017
- Scrutiny of nominations – February 07, 2017
- Last date for withdrawal of nominations – February 09, 2017
- Elections will be held on February 23, 2017
पांचवे चरण की 52 सीटों के लिए 27 फरवरी को चुनाव
5th Phase: 52 Constituencies – 11 Districts
- Notification – February 02, 2017
- Last date of nominations – February 09, 2017
- Scrutiny of nominations – February 11, 2017
- Last date for withdrawal of nominations – February 13, 2017
- Elections will be held on February 27, 2017
छठवें चरण की 43 सीटों के लिए 4 मार्च को चुनाव
6th Phase: 49 Constituencies – 7 Districts
- Notification – February 08, 2017
- Last date of nominations – February 15, 2017
- Scrutiny of nominations – February 16, 2017
- Last date for withdrawal of nominations – February 18, 2017
- Elections will be held on March 04, 2017
सातवें चरण की 40 सीटों के लिए 8 मार्च को चुनाव
7th Phase: 40 Constituencies – 7 Districts
- Notification – February 11, 2017
- Last date of nominations – February 18, 2017
- Scrutiny of nominations – February 20, 2017
- Last date for withdrawal of nominations – February 22, 2017
- Elections will be held on March 08, 2017
Schedule for the General Elections to the Legislative Assemblies of
Goa
Manipur
Punjab
Uttarakhand
Uttar Pradesh
The terms of the Legislative Assemblies of Goa, Manipur, Punjab, Uttarakhand and Uttar Pradesh are normally due to expire as follows:Goa-----------------------------18.03.2017
Manipur -----------------------18.03.2017
Punjab -------------------------18.03.2017
Uttarakhand ------------------26.03.2017
Uttar Pradesh ----------------27.05.2017
भारत के पांच राज्यो में चुनाव की तिथि जारी कर दी गयी है , चुनाव से सम्बंधित रोचक जानकारी और अपने राज्य की विधानसभा से जुड़े तथ्यों की जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट को फॉलो करते रहे ।
State | Total No. of ACs | Reserved for SCs | Reserved for STs |
Goa | 40 | 1 | -- |
Manipur | 60 | 1 | 19 |
Punjab | 117 | 34 | -- |
Uttarakhand | 70 | 13 | 3 |
Uttar Pradesh | 403 | 85 | 02 |
Goa Manipur Punjab Uttarakhand Uttar Pradesh
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